औरंगजेब की तरह मंदिर तोड़ने व मूर्तियों को खंडित करने वाले दोषियों पर हो कार्यवाही -रामेश्वर शर्मा
मंदिर तोड़ने वालों पर हो कार्यवाही, झिरी को बनाया जाए धार्मिक स्थल -
हिन्दू धर्म पर प्रशानिक बर्बरता दुर्भाग्यपूर्ण, कमलनाथ सरकार दोषियों को सजा दे- रामेश्वर शर्मा
आदिवासी भाइयों पर लगाए गए प्रकरण वापस ले सरकार
रायसेन/भोपाल बेतवा नदी के उद्गम स्थल झिरी में मंदिर एवं आश्रम को कुछ दिन पहले वन विभाग व रायसेन जिला प्रशासन द्वारा तोड़े जाने की घटना के बाद से ही स्थानीय नागरिको में रोष व्याप्त है
सोमवार को विधायक हुज़ूर एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा पीड़ित नागरिको के बीच पहुंचे .
विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि पुण्य शलीला मां नर्मदा नदी के बाद मध्यप्रदेश में सर्वाधिक पूजनीय नदी बेतवा के उद्गम स्थल पर प्रशासन द्वारा की गयी बर्बरता निश्चित ही दुर्भाग्यपूर्ण है एवं हिन्दू धर्म पर हमला है ।
शर्मा ने कहा कि सैकड़ो वर्षो से यहाँ बेतवा नदी के उद्गम स्थल पर पूजा पाठ श्रीराम धुन अखण्ड रामायण का पाठ किया जा रहा था । स्थानीय आदिवासी नागरिक बंधुओ एवं हज़ारो नागरिको के आस्था के केंद्र इस स्थान पर प्रशासन की बर्बरता पूर्ण कार्यवाही औरंगजेब के जमाने को प्रतिपादित करती है ।
मंदिर तोड़ना एवं देवी देवताओं की मूर्तियों को खंडित करना धार्मिक पुस्तकों को फाड़ने की घटना को अंजाम देने वालो के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाए ।
विधायक शर्मा ने कमलनाथ सरकार से मांग की है कि उक्त स्थान को धार्मिक स्थल के रूप में विकसित किया जाये एवं स्थानीय आदिवासी नागरिको पर लगाये गए प्रकरणों को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए ।
