महिलाओं ने बनाए पीपीई किट्स, मास्क, सैनेटाइजर एवं हैंड कवर
महिला स्व-सहायता समूहों को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा
मुख्यमंत्री ने की महिला स्व-सहायता समूहों से बातचीत--------
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना को हराने में हमारे प्रदेश की महिलाएँ महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाए गए पी.पी.ई. किट, मास्क, सैनेटाइजर, साबुन एवं हैंड कवर उल्लेखनीय हैं। ये न केवल स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहे हैं बल्कि कई परिवारों की आजीविका का साधन बने हुए हैं। हम महिला स्व-सहायता समूहों को विभिन्न गतिविधियों से जोड़कर आर्थिक रूप से और अधिक सशक्त बनाएंगे। श्री चौहान मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा कर रहे थे। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव इस अवसर पर उपस्थित थे।
महिला स्व-सहायता समूह से बनवाएंगे स्कूली गणवेश
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व-सहायता समूह की महिलाएँ विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं। हमने निर्णय लिया है कि अब विद्यार्थियों को स्कूलों में दिए जाने वाला गणवेश स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से सिलवाकर दिया जाएगा। इसी प्रकार, आंगनबाड़ियों आदि में दिए जाने वाला 'रेडी-टू-ईट' भोजन तैयार करने का काम भी स्व-सहायता समूह की महिलाओं से कराया जाएगा।
स्व-सहायता समूह का कार्य सराहनीय
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 2 लाख 85 हजार स्व-सहायता समूह हैं, जिनसे 32 लाख 27 हजार गरीब परिवार जुड़ें हैं। इन समूहों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। हमारे स्व-सहायता समूहों ने गत दिनों 56 लाख मास्क, 35 हजार लीटर सैनिटाइजर, 1 लाख साबुन, 4.5 हजार लीटर हैण्ड वॉस तथा 7 हजार पीपीई किट्स बनाए। गेहूँ उपार्जन के कार्य में भी कई महिला स्व-सहायता समूह ने अच्छा सहयोग किया। महिलाएँ ग्रामीण क्षेत्रों में बैंक सखी का कार्य भी कर रहीं है तथा कोरोना संकट के दौर में बैंकों से राशि आहरण कर हितग्राहियों को घर-घर पहुंचाती हैं। इसी के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में सब्जी, किराना, दूध और भोजन वितरण आदि कार्य में भी ये महिलाएँ उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं।
पी.पी.ई. किट की सराहना
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से बातचीत के दौरान सागर जिले की श्री गणेश स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए पीपीई किट्स की सराहना की। उन्होंने समूह की अध्यक्ष राजेश्वरी ठाकुर को कार्य के लिए बधाई दी। उनके द्वारा गांव-गांव में दूध वितरण आदि का कार्य भी उत्कृष्टता पूर्वक किया जा रहा है।
सभी आवश्यक सावधानियाँ बरतें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व-सहायता समूह की महिलाओं से कहा कि वे अपने कार्य में सभी आवश्यक सावधानियाँ बरतें। एक-दूसरे से कम से कम दो गज की दूरी पर रहें, घरों पर ही काम करें, मास्क लगाएं, सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें। हमें कोरोना संक्रमण को बिल्कुल नहीं फैलने देना है।
इनके कार्य की भी प्रशंसा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व-सहायता समूह की महिलाओं से बातचीत के दौरान शीतला माता स्व-सहायता समूह ग्वालियर की रईसा, छिंदवाड़ा की संगीता डोंगरे, खंडवा की कविता पटेल, शिवपुरी की विनीता जादौन, रीवा की आशा सिंह, दमोह की रूपा राय, बालाघाट की गीता कटरे, संतोषी स्व-सहायता समूह शहडोल की राजकुमारी केवट आदि के कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि हम सब मिलजुलकर कोरोना बीमारी से लड़ेंगे एवं जीतेंगे। संकट के इस दौर में आप लोग वो कार्य कर रही हैं, जो पुरुष भी नहीं कर सकते। हमें आप सब पर गर्व है।
मामाजी अब आप आ गए है, तो रुके काम फिर चालू हो जाएंगे
राधा-कृष्णा स्व-सहायता समूह श्योपुर की श्रीमती कमली बाई बटेरिया ने मुख्यमंत्री से कहा कि पिछले एक साल से हमारा काम ठीक नहीं चल रहा था। अब मामा जी, आप आ गए हैं, तो हमारे रुके हुए काम फिर चालू हो जाएंगे। हमें नए काम भी मिलेंगे। आप अपना ध्यान रखें।