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म.प्र. में कोरोना की रोकथाम में मददगार हो रही है सूचना प्रौद्योगिकी

कोरोनावायरस के फैलाव को रोकने में सबसे जरुरी शर्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने में सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग मददगार साबित हो रहा है। 


विभिन्न जिलों से  सूचना प्रौद्योगिकी आधारित  सेवाओं देने  के नवाचारी उपायों के उदाहरण सामने आ रहे हैं। आम लोग घर पर रहकर इन उपायों और सुविधाओं का  बेहतर उपयोग कर रहे है। 


सूचना प्रौद्योगिकी आधारित नवाचारों को बढ़ावा देने  वाले मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान  स्वयं वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से महत्वपूर्ण  समीक्षा बैठकें ले रहे हैं।  समाज के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से  कोरोना को हराने के लिए सलाह-मशविरा कर रहे हैं।  


किसानों को एसएम्एस देकर फसल भण्डारण के लिये बुलाया जा रहा है। आरोग्य सेतु एप,  सीएम हेल्पलाइन 181,  टेलीमेडिसिन, सर्व ग्वालियर एप,  जैसे कई नवाचारी प्रयास   उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं।


स्कूल शिक्षा विभाग का  मोबाइल एप 'टॉप पैरंट' विद्यार्थियों को घर पर रहकर पढ़ाई जारी रखने में मददगार साबित हो रहा है। 'डिजी लैप-आपकी पढ़ाई-आपके घर' योजना के माध्यम से  12वीं तक के विद्यार्थी अंग्रेजी, हिंदी, गणित और विज्ञान आदि विषयों की अध्ययन सामग्री  व्हाट्सएप पर ही प्राप्त कर रहे हैं। 


जनसम्पर्क विभाग ने फेसबुक के सहयोग से एमपी गव्हर्नमेन्ट कोरोना व्हॉट्सएप इन्फोडेस्क और विभाग के आधिकारिक फेसबुक मैसेंजर चैटबॉट तैयार कराया  है।  कोरोना व्हॉट्सएप हेल्पडेस्क (+917834980000) और मैसेंजर चैटबॉट आसानी से कोरोना वायरस संक्रमण से जुड़ी जानकारी मिल रही है। 


लॉकडाउन के दौरान ग्वालियर नगर में रोजमर्रा की वस्तुएँ उपलब्ध कराने में “सर्व ग्वालियर एप” अहम भूमिका निभा रहा है। इसके माध्यम से नागरिकों को उनकी मांग के आधार पर होम डिलेवरी कर जरूरत की वस्तुएँ निर्धारित दरों पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। 


सीएम हेल्प लाइन 181 पर करीब 2.77 लाख लोगो को कोरोना संक्रमण से सम्बंधित जानकारी मिली। इस सेवा का उपयोग लगातार जारी है। 


सामान्य प्रशासन विभाग ने  ई-मेल, ई-आफिस और (NIC) से जारी आदेश, पत्राचार, स्वीकृति एवं पत्राचार को मान्य किया है। 


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