ग्रामीण विकास का मैदानी अमला महिलाओं द्वारा तैयार 46 हजार से अधिक मॉस्क वितरित
मैदानी अमला शिक्षा विभाग और महिला स्व सहायता समूह के सहयोग से मध्यान्ह भोजन ग्रहण करने वाले बच्चों को मार्च और अप्रैल माह के कुल 33 दिवस का खाद्य सुरक्षा भत्ता प्रति छात्र को खाना बनाने की लागत और प्रति छात्र के मान से प्रति दिवस का अनाज एक बच्चे को प्राथमिक स्तर पर 3 किलो 300 ग्राम और माध्यमिक स्तर पर 4 किलो 950 ग्राम तथा प्राथमिक स्तर पर राशि 142 रूपये और माध्यमिक स्तर पर 224 रूपये प्रत्येक छात्र के खाते में जमा की गई है।
जिला पंचायत सीईओ सुश्री भव्या मित्तल ने बताया कि ग्रामीण विकास के मैदानी अमले द्वारा आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाइयों का घर घर जाकर के वितरण किया जा रहा है। बाहरी मजदूरों को भी इन दवाइयों से लाभान्वित किया जा रहा है। अभी तक लगभग 40 हजार से अधिक ग्रामीण जन परिवार इसका लाभ ले चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्र में बाहर के जिलों एवं प्रदेशों से आए मजदूरों के लिए भोजन एवं खाद्यान्न की व्यवस्था भी ग्रामीण विकास विभाग के अमले द्वारा की जा रही है। इसी तरह से प्रत्येक ग्राम में दवाइयों का छिड़काव भी सुनिश्चित किया गया है। ग्रामीण विकास विभाग का अमला प्रत्येक स्तर पर इस महामारी से ग्रामीणों के बचाव हेतु सतत प्रयासरत हैं। राष्ट्रीय आजीविका मिशन अन्तर्गत महिला स्वसहायता समूहों द्वारा जिले में 46600 मॉस्क तैयार कर, उपलब्ध कराये गये जो आवश्यकतानुसार विभागों द्वारा वितरण किये गये है।