कोरोना वायरस की महामारी से अन्य प्रांतों में फंसे प्रवासी मजदूरों में से रविवार को मुरैना जिले की स्थापित चार चैक पोस्टों पर 902 मजदूर अपरान्ह 3 बजे तक आये।
संयुक्त कलेक्टर श्री एलके पाण्डे के अनुसार सर्वाधिक 703 प्रवासी मजदूर अल्लावेली चैक पोस्ट पर आये। निरावली चैक पोस्ट पर 100, अटारघाट पर 49 तथा बुधारा चैक पोस्ट पर 23 मजदूर आये। इन 902 प्रवासी मजदूरों में से 629 मजदूरों को 13 बसों में बिठाकर मध्यप्रदेश के अन्य जिलों के लिये भेजा गया। शेष 273 प्रवासी मजदूर मुरैना के ही पाये गये, जिनका थर्मल स्क्रीनिंग कर नाम, पता, मोबाइल सूची में अंकित कर उनके घरों पर अन्य साधनों से भेजा गया। यह सूची 273 मजदूरों की संबंधित विकासखण्डों को भेजी जा रही है। जिससे उनका स्वास्थ्य परीक्षण समय-समय पर हो सके और कोविड-19 के नियम के तहत 14 दिन होम क्वारंटाइन रह सकें।
29 अप्रैल से आज तक 70 हजार 376 मजदूर आये, जिनमें से 50 हजार 524 मजदूरों को प्रदेश के अन्य जिलों एवं राज्यों के जिलों के लिये रवाना किया तथा मुरैना में 19 हजार 852 मजदूर आये।
चंबल संभाग के भिण्ड जिले के 757 प्रवासी श्रमिकों को बसों के माध्यम से पहुँचाया गया उनके गंतव्य स्थान तक
नोबल कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण के दौरान जिले के प्रवासी मजदूरों को प्रदेश के विभिन्न जिलों से एवं देश के अन्य राज्यों से वापस लाया जा रहा जिसके अंतर्गत 24 मई 2020 को 757 श्रमिक देश के अन्य राज्यों तथा प्रदेश के अन्य जिलों से भिण्ड जिले में मालनपुर बॉर्डर एवं बरही बॉर्डर पर स्वास्थ्य परीक्षण एवं स्क्रीनिग की सुविधा के अलावा सभी मजदूरों को शौचालय, ठहरने, पीने का पानी और भोजन की व्यवस्था के बाद उनके घर वापसी कराई गई।
कलेक्टर श्री छोटे सिंह ने बताया कि देश के अन्य राज्यों से एवं प्रदेश के अन्य जिलों से आए जिले के प्रवासी मजदूरों को बस के माध्यम से उनके घर भेजने की व्यवस्था की गई है।आज प्रदेश के अन्य जिलों से 534 जिले के प्रवासी श्रमिक एवं देश के अन्य राज्यों से जिले के 223 प्रवासी श्रमिक भिण्ड पहुँचे यहाँ बॉर्डर पर स्वास्थ्य परीक्षण एवं स्क्रीनिंग की सुविधा के अलावा सभी मजदूरों को शौचालय, ठहरने, पीने का पानी और भोजन की व्यवस्था के बाद उनके घर वापसी कराई गई।
राजस्थान से श्योपुर, शिवपुरी एवं गुना के 47 मजदूर पहुंचे सामरसा बॉर्डर
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिहं चौहान की पहल पर नोबल कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण के दौरान फसल काटने राजस्थान गये श्योपुर, शिवपुरी एवं गुना के 47 मजदूर आज मप्र-राजस्थान की सीमा बॉर्डर सामरसा पहुंचे। जहां पर जिला प्रशासन द्वारा कस्तूरबा गांधी छात्रावास दांतरदा में ठहरने की व्यवस्था की। साथ ही इस व्यवस्था के अंर्तगत प्रवासी मजदूरों को शौचालय, पेयजल और भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई गई। इसके बाद सभी मजदूरो को बस के माध्यम से उनके घर भिजवाने की कार्यवाही सुनिश्चित की गई।
कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राजस्थान से श्योपुर जिले के सामरसा बॉर्डर पर श्योपुर के 38, शिवपुरी के 04 एवं गुना के 05 कुल 47 मजदूर आये थे। इन सभी मजदूरो को बस के माध्यम से उनके घर पहुंचाने की सुविधा जिला प्रशासन द्वारा सुनिश्चित की गई।
मुरैना जिले में रविवार को 902 प्रवासी मजदूर आये
Sunday, May 24, 2020
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