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सभी जिलों में बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ का गठन करें

संभाग आयुक्त श्री ओझा ने की बाढ़ से निपटने हेतु पूर्व तैयारियों की समीक्षा'-------श्योपुर ---


  



  संभाग आयुक्त श्री एम बी ओझा ने अतिवर्षा एवं उससे निर्मित होने वाली बाढ़ की स्थिति से निपटने हेतु ग्वालियर एवं चंबल संभाग के सभी जिलों में की गई पूर्व तैयारियां एवं बनाई गई कार्ययोजना की जिलावार बुधवार को समीक्षा कर जिला कलेक्टर सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के द्वारा आवश्यक निर्देश दिए।
    ग्वालियर एनआईसी के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में आयोजित ग्वालियर एवं चंबल संभाग की संभाग स्तरीय समिति की बैठक में कलेक्टर ग्वालियर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन, नगर निगम आयुक्त श्री संदीप माकिन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शिवम वर्मा, एडीएम श्री किशोर कन्याल, मुख्य अभियंता यमुना कछार श्री एस डी श्रीवास्तव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मुख्य अभियंता श्री एस सी अंडमान, अधीक्षक यंत्री जल संसाधन ग्वालियर मंडल श्री आर पी झा, अधीक्षण यंत्री मुरैना श्री बी के गर्ग, कार्यपालन यंत्री श्री राकेश चतुर्वेदी सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
    संभाग आयुक्त श्री एम बी ओझा ने ग्वालियर एवं चंबल संभागों के सभी जिलों में अतिवर्षा, बाढ़ से निपटने हेतु की गई तैयारियों की समीक्षा करते हुए जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने अपने जिलों में जिला एवं अनुविभाग स्तरों की बैठक आयोजित कर लें। ऐसे स्थान जहां अति वर्षा के कारण बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है। ऐसे स्थानों को चिन्हित कर उनका भ्रमण कर आवश्यक व्यवस्थायों सुनिश्चित करें।
    संभाग आयुक्त ने निर्देश दिए कि होमगार्ड बाढ़ से निपटने हेतु गोताखोरों की व्यवस्था, बाढ़ के दौरान उपयोग में आने वाले उपकरणों एवं संसाधनों की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जिले अपने जिलों में बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ का गठन कर उसके टेलीफोन नम्बर, पुलिस कंट्रोल एवं कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं निवास सहित प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों को दें। बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ का नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी को बनाया जाए।
    संभाग आयुक्त श्री ओझा ने कहा कि बाढ़ से निपटने के कार्य में स्थानीय ग्राम सुरक्षा समितियों, नगर सुरक्षा समितियों, जल उपभोक्ता संथाओं के पदाधिकारियों को भी जोड़ें। इसके लिये उन्हें प्रशिक्षण भी प्रदाय किया जाए। किसी भी हालत में बाढ़ एवं अतिवृष्टि के कारण जन एवं पशु हानि न हो। पूर्व में जो आपदा प्रबंधन की योजना बनाई गई है उसे अद्यतन करें।
बांधों से पानी छोड़ने से पहले सूचना दें
    संभाग आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पुल-पुलियों पर से पानी बहने की स्थिति में वाहन न निकलें। इसके लिये पुल-पुलियों, रपटों पर साइन बोर्ड लगाने के साथ होमगार्ड के जवानों की भी ड्यूटी लगाई जाए। श्री ओझा ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जलाशयों से पानी छोड़ने के पूर्व एवं अन्य सहायक नदियों से आने वाले पानी की सूचना समय रहते संबंधित जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक तथा पुलिस कंट्रोल रूम को भी दें, जिससे लोगों को सूचित किया जा सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के साथ नगरीय क्षेत्रों के निचली बस्तियों एवं नदी-नालों में वर्षा के पानी के कारण जल भराव की स्थिति निर्मित न हो। नालों पर ऐसे अतिक्रमण जिनके कारण बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है, उन नालों पर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी करें। उन्होंने कहा जल संसाधन, ग्रामीण विकास, होमगार्ड, नगरीय निकायों के कार्यालय प्रमुख सहित उनके द्वितीय क्रम के अधिकारियों के मोबाइल नम्बर भी पुलिस कंट्रोल रूम को दिए जाएं।
प्रावासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराएं
    संभाग आयुक्त ने कोविड-19 के कारण प्रवासी श्रमिकों के सर्वे कार्य की जानकारी लेते हुए कहा कि पोर्टल पर पंजीयन कराएं। स्किल के हिसाब से प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराना है। उन्होंने दोनो संभागों के कलेक्टरो को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब (जल संरचना) के अधिक से अधिक कार्य शुरू करें, जिससे श्रमिकों को रोजगार प्राप्त होगा, वहीं तालाबों में वर्षा का अधिक से अधिक पानी संग्रहण होगा, जिससे जल स्तर में भी वृद्धि होगी। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि जो हैंडपंप एवं नल जल योजनायें स्वीकृत हो उनके खनन की कार्रवाई भी त्वरित करें तथा ऐसे हैंडपंप जिनका जल स्तर ठीक है लेकिन किसी कारण से बंद है उन्हें मरम्मत कर उपयोगी बनाया जाए।
    उन्होंने कहा कि दोनों संभाग मं समर्थन मूल्य पर गेहूँ की खरीदी गत वर्ष की अपेक्षा अधिक है। गेहूँ परिवहन में गति लाएं। कोविड-19 की संक्रमण को रोकने हेतु बेहतर कार्य किया गया है। ग्वालिर एवं चंबल संभाग के सभी जिलों के कलेक्टरों द्वारा बताया कि बाढ़ नियंत्रण की बैठक आयोजित की जा चुकी है। बाढ एवं अतिवृष्टि से निपटने हेतु सभी तैयारियां कर ली गई हैं। ऐसे गांव एवं स्थान जहां बाढ़ आने की संभावना हो सकती है उन्हें चिन्हित कर लिया गया है।

     एनआईसी श्योपुर में कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्री सम्पत उपाध्याय, सीईओ जिला पंचायत श्री हर्ष सिहं, सहायक कलेक्टर श्री पवार नवजीवन वियज, अपर कलेक्टर श्री एसआर नायर, एसडीएम श्री रूपेश उपाध्याय एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।


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