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सुखद खबरों का सिलसिला जारी-आज चिरायु से 32 और हमीदिया से दो व्यक्ति कोरोना संक्रमण से पूर्णत: स्वस्थ होकर डिस्चार्ज

शत प्रतिशत रिकवरी रेट के लक्ष्य के साथ अब तक भोपाल से 700 से अधिक व्यक्ति पूर्णतः स्वस्थ हुए------







  कोरोना के खिलाफ मानवता के इस युद्ध में विजयी होकर आज फिर भोपाल में 34 कोरोना योद्धा अपने घर रवाना हुए। शासन- प्रशासन की उच्च स्तरीय स्वास्थ्य व्यवस्था और चिरायु अस्पताल के बेहतर प्रबंध का परिणाम संतोष और खुशी के रूप में उनके चेहरे पर साफ झलक रहा है। सभी स्वस्थ हो, कुशल हो यह कामना करते और बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ को धन्यवाद देते हुए यह सभी आज चिरायु और हमीदिया अस्पताल से डिस्चार्ज हुए। चिरायु अस्पताल से अभी तक 700 से अधिक व्यक्ति पूर्णतः स्वस्थ हो चुके है। उनमें से 50 से अधिक व्यक्ति 60 वर्ष से अधिक की उम्र के है। अपनी बढ़ती उम्र में भी भोपाल में बुजुर्गों ने कोरोना संक्रमण को मात देकर दुनिया के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया है। 

   जहांगीराबाद निवासी 65 वर्षीय रामबाई ने नवजीवन देने वाले डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ को आशीर्वाद और धन्यवाद दिया है।



उन्होंने सभी के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने बताया उनका बहुत अच्छा इलाज किया गया। 

   फर्नीचर का काम करने वाले  लांबाखेड़ा के 37 वर्षीय रामनिवास ओझा ने  बताया कि यहां बहुत अच्छी व्यवस्थाएं की गई हैं। डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ द्वारा भी सौम्य व्यवहार किया गया। बेहतर इलाज और अपनेपन से भरे व्यवहार से वह बहुत खुश है। 

   चिरायु अस्पताल से आज डिस्चार्ज हुए 32 व्यक्तियों में रामनिवास, अलीना खान,  प्रेम बाई,  द्रोपती बाई, अनीता अहिरवार, लता यादव,  डॉक्टर बी प्रीति, जमुना प्रसाद यादव, पार्थ श्रीवास्तव, सुशील गोस्वामी,  दीपेश ठाकुर, काजल साहू,  रविशंकर साहू, पवार सिंह सोलंकी, सुदीप चंदेल, प्रवीण शर्मा, श्री चंद्र यादव,  राजकुमारी बघेल, मुकेश साल्वे, इसराद प्रवीण, सुरूर नाज, इस्मा कुरैशी, मोहम्मद जावेद,  मुकेश कुमार निवोरिया, करण चौधरी, कमलेश पचोरी, गणेश झादव, मुन्ना सिंह, किशोर तिलोकानी, विनोद कुमार चौहान, रेखा यादव और  रविकांत उईके शामिल है।





   चिरायु अस्पताल के डायरेक्टर डॉ अजय गोयनका ने  बताया कि हमारा लक्ष्य शत प्रतिशत रिकवरी रेट प्राप्त करना है। चिरायु अस्पताल में अर्ली ऑक्सीजन थेरेपी और प्रोटीन डाइट के द्वारा इलाज किया जा रहा है। अभी तक 700 से अधिक व्यक्तियों पर यह सफल सिद्ध हुआ है। डिस्चार्ज हुए करीब 55 से अधिक व्यक्ति 60 वर्ष से अधिक उम्र के थे। यह सभी बुजुर्ग व्यक्ति पहले से किसी ना किसी लीवर, हार्ट और डायबिटीज जैसी घातक बीमारियों से पीड़ित थे। इन सभी का संक्रमण अर्ली स्टेज में पता चल गया था जिससे इनका इलाज संभव हो सका है। उन्होंने सभी भोपाल वासियों से अपील की कि जिला प्रशासन का सहयोग करें। सर्दी, खाँसी,जुकाम गले में दर्द जैसे लक्षणों को तुरंत समीप के फीवर क्लीनिक में दिखाएं। आप की जांच ही कोरोना संक्रमण के इलाज का पहला कदम है।  इसलिए घबराएं नहीं आगे आएं और अपनी जांच कराएं।


 

 


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