शिवपुरी जिले के पिछोर के रहने वाले रामसेवक आदिवासी ने बताया कि वह मजदूरी के लिए आगरा गए थे। लॉकडाउन के दौरान काम बंद होने से वह पोहरी में अपने गांव में वापस आ गए हैं। यहां ग्राम पंचायत में चेकडैम बनाने का काम हो रहा है जिसमें उन्हें मजदूरी मिल रही है। उन्होंने कहा कि जब अपने ही गांव में काम मिल रहा है तो हम श्रमिकों के लिए इससे बड़ी खुशी की बात और क्या होगी। इससे हम अपने लोगो के बीच मे भी रह रहे हैं और आजीविका के लिए काम भी मिल रहा है। |
अपने ही गांव में काम मिलने से खुश हैं रामसेवक "सफलता की कहानी" - शिवपुरी |
Saturday, June 27, 2020
0
Tags