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खरीफ में रामतिल फसल एक बेहतर विकल्प

मवेशी एवं जंगली जानवरो के खाने का डर नही एवं सभी प्रकार की मृदा एवं वातावरण के लिए रामतिल उपयुक्त- उप संचालक कृषि


उप संचालक कृषि जितेन्द्र सिंह एवं कृषि वैज्ञानिको के अनुसार रामतिल फसल किसान भाईयो के लिए उपयोगी साबित हो सकती है। किसान भाई कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।
    उप संचालक कृषि ने विगत वर्ष का अनुभव साझा करते हुए बताया कि विकासखंड बनखेड़ी के ग्राम गुंदरई के किसान दीपक, दिनेश, हेमंत महेश्वरी ने नवाचार कर 250 एकड़ में रामतिल की बोनी की थी इस फसल का तत्समय जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति डॉ.पीके बिसेन, कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिको की टीम, जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर एवं आयुक्त नर्मदापुरम् संभाग द्वारा फसल का अवलोकन किया गया था एवं उनके निर्देशानुसार जिले के किसानो को भी स्थल निरीक्षण कृषि विभाग द्वारा कराया गया था। रामतिल फसल की सभी ने एकमत से सराहना की थी और इसे अपनाने के लिए जिले के किसानो को प्रोत्साहित करने की बात कही थी। यहां यह उल्लेखनीय है कि गत वर्ष अतिवर्षा के कारण अन्य फसलो को जहाँ भारी नुकसान हुआ था वही रामतिल फसल को कुछ भी नुकसान नही हुआ था, गत वर्ष बनखेड़ी विकासखंड में लगभग 2 हजार मिली लीटर वर्षा हुई थी इसके कारण धान फसल को छोड़कर सभी फसले खराब हो गई थी। रामतिल की पैदावार प्रति एकड़ लगभग 3 से 4 Ïक्वटल हुई थी और लगभग 20 से 25 हजार रूपए प्रति एकड़ आमदनी प्राप्त हुई थी।
    उप संचालक कृषि ने उक्त जानकारी देते हुए जिले के किसानो से कहा है कि वे रामतिल फसल को प्रायोगिक तौर पर अपने खेतो में एक बार जरूर ले। इस फसल की यह खासियत है कि इसे किसी भी प्रकार के जानवर नुकसान नही पहुँचाते हैं और इसकी लागत भी अन्य फसलो से कम है। इस फसल की बुवाई 15 जून से 5 जुलाई तक की जा सकती है, 2 किलो बीज प्रति एकड़ के हिसाब से बुवाई करना है। यह सभी प्रकार की मृदा में लगाई जा सकती है किन्तु हल्की मृदा इसके लिए उपर्युक्त है, भारी जमीन होने पर रिज एंड फरो मेथड से बुवाई करे एवं जिन जमीनो में पानी का भराव होता है उन खेतो में न लाये। इस फसल पर कीट एवं बीमारियो का प्रकोप नही के बराबर होता है, इस फसल की औसत उत्पादकता 4 से 5 Ïक्वटल प्रति एकड़ है जिसका समर्थन मूल्य 6700 रूपए प्रति Ïक्वटल है एवं यह फसल 90 से 100 दिवसो में पककर तैयार हो जाती है।
रामतिल फसल का बीज होशंगाबाद जिले में कृषि विभाग के प्रत्येक वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय में 88.50 रूपए प्रतिकिलो की दर से उपलब्ध है। उप संचालक कृषि ने जिले के किसानो से आग्रह किया है कि वे रामतिल फसल को नवीन विकल्प के रूप में अपनाकर जोखिम कम कर अच्छा उत्पादन ले सकते हैं।


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