ऑनलाइन डीबीटी व्यवस्था में संशोधन
किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने जानकारी दी है कि किसानों को अनुदान योजनाओं के लिये ऑनलाइन आवेदन करने पर फिंगर प्रिंट के स्थान पर ओटीपी की सुविधा दी जायेगी। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में सावधानियों को दृष्टिगत रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
मंत्री श्री पटेल ने बताया कि विभागीय विभिन्न अनुदान योजनाओं में ट्रेक्टर, पॉवर ट्रिलर, स्व-चलित कृषि यंत्र, शक्ति चलित कृषि यंत्र, स्प्रिंकलर, ड्रिप, सिंचाई पाइप, विद्युत तथा डीजल पम्प का लाभ दिया जाता है। ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन-पत्र स्वीकार किये जाते हैं। आवेदनों का पंजीयन अधिकृत फिंगर प्रिंट स्केनर डिवाइस या रेटीना के माध्यम से होता है। कृषकों को अपने आवेदन विभिन्न कियोस्क में जाकर प्रस्तुत करने होते हैं।
मंत्री श्री पटेल ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए फिंगर प्रिंट डिवाइस के माध्यम से आवेदन लेना ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर कृषकों को ऑनलाइन आवेदन पर ओटीपी की सुविधा दी जा रही है। कृषक अपने मोबाइल फोन या कम्प्यूटर के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत कर सकेंगे। उन्हें मोबाइल फोन पर ओटीपी प्राप्त होगा, जिससे पंजीयन संबंधी आगामी कार्यवाही पूर्ण होगी।
मंत्री श्री पटेल ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल के समाप्त होने अथवा शासन द्वारा फिंगर प्रिंट डिवाइस आदि के उपयोग को सुरक्षित मान लिये जाने तक उक्त व्यवस्था प्रभावी रहेगी।