जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने विभाग के प्रमुख अभियंता को निर्देशित किया है कि विभाग के अर्न्तगत आने वाले सभी बांध, तालाब, बैराज, नहर, स्टॉप डेम आदि का रख-रखाव सुनिश्चित किया जाए और आवश्यकता होने पर उनकी मरम्मत करा ली जाए। विभाग की सभी निर्माण संरचनाओं का भौतिक सत्यापन के साथ आघतन रिपोर्ट बनायी जाये। वर्षा काल में अतिवर्षा की स्थिति होने पर यह सुनिश्चित किया जाये कि संरचनाएँ सुरक्षित रहें और पानी के अतिप्रवाह के कारण क्षतिग्रस्त न हों। जिलों में स्थित इन संरचनाओं का उत्तरदायित्व संबंधित सहायक यंत्री और उपयंत्री को सौंपा जाए। निर्धारित मापदंडों के अनुसार सभी नहरों, स्टॉप डेम का मरम्मत कार्य कराया जाकर इसकी रिपोर्ट भी प्रस्तुत की जाए।
मंत्री श्री सिलावट ने यह भी निर्देश दिये हैं कि वर्षाकाल में विभाग के अन्तर्गत सभी तालाब, बाँधों में स्थित पानी की वास्तविक स्थिति का आंकलन कर विस्तृत रिपोर्ट बनाई जाये। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि वर्षा होने पर इनके केचमेंट एरिये से आने वाले पानी से बाँध या तालाब में ओवरफ्लो की स्थिति निर्मित होने पर किस प्रकार से व्यवस्थाओं को बनाया जाना है। बाँध या तालाब से पानी छोड़े जाने पर उसकी सूचना तराई वाले क्षेत्रों एवं संबंधित जिलों के अधिकारियों को पूर्व में ही दी जाये। प्रमुख अभियंता को यह भी सुनिश्चित करें कि सभी तालाबों और बाँधों की मजबूती संबंधी रिपोर्ट भी तैयार करें। वर्षा काल में यदि तकनीकी कारणों से कोई तालाब, बैराज, बांध, स्टॉप डेम, नहर आदि क्षतिग्रस्त होता है तो इसी जिम्मेदारी संबंधित कार्यपालन यंत्री की होगी। मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिये कि सभी जल संरचनाओं के आसपास यदि अनाधिकृत रूप से अतिक्रमण है तो उसे तुरंत हटाया जाये और अतिक्रमण मुक्त संरचनाओं के संबंध में अनापत्ति प्रमाण-पत्र प्रस्तुत किया जाए।