अरहम के पिताजी बताते हैं की उनका परिवार मंगलवारा क्षेत्र में रहता हैं और गत 23 मई को अरहम की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद से उसे चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस संक्रमण में उसकी माता और उसकी मौसी भी कोरोना संक्रमित पाई गई। वहीँ इसकिसा फातिम जो चौकी इमामबाड़ा, संजय नगर में अपने परिवार के साथ रहती है, उनके पिता ने बताया कि फातिम कहीं भी बाहर नहीं जाती थी, लेकिन उसमें कोरोना के लक्षण दिखने पर उसकी कोरोना जांच कराई गई जिसके बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया। आज दोनों बच्चों की मासूमियत और चेहरे की हंसी उनकी इस खुशी को बयां कर रहे हैं जिससे आज वह इस संक्रमण से पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे हैं। उम्र से बड़ी इस जीत से कोरोना जंग पर निश्चय ही हम विजय पाएंगे और एक आशा की नई किरण जगाकर कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने और स्वास्थ्य लाभ देने का दृढ़ निश्चय कर सकेंगे। अरहम और इसकिसा फातिम और उनके परिवार ने इस जंग में जीत के लिए शासन प्रशासन और चिरायु अस्पताल प्रबंधन का आभार व्यक्त किया है। |
उम्र से बड़ा हौसला और उससे भी बड़ी जीत आज 4 वर्ष के दो बच्चों ने कोरोना को हराया "कहानी सच्ची है"
Tuesday, June 02, 2020
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