11 जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस एक माह तक मनाया जायेगा जनसंख्या स्थिरता माह |
उज्जैन | |
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल ने बताया कि 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप मे मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को बढ़ती हुई जनसंख्या के दुष्परिणामों से अवगत कराना है। आज की परिस्थतियों में यह आवश्यक है कि हम विकराल रूप ले चुकी जनसंख्या को नियंत्रित करने हेतु तुरन्त प्रभावी कदम उठायें। इसके लिये शासन द्वारा अनेक प्रकार की परिवार नियोजन कार्यक्रमों/योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जनसंख्या को स्थिर करने के लिये चार महत्वपूर्ण कारक है, जिनके बारे में हमें दम्पत्तियों को एवं अन्य लोगों को जानकारी प्रदान करना है। वर्तमान में भारत की जनसंख्या लगभग एक अरब 25 करोड़ से भी अधिक हो गई है। तेज रफ्तार से बढ़ रही जनसंख्या हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुचाने के साथ-साथ गरीबी, कुपोषण, बेरोजगारी आदि समस्याओं को बढ़ा रही है। अनुमान है कि वर्ष 2026 तक हमारे देश की आबादी एक अरब 40 करोड़ हो जायेगी और हमारा देश विश्व की सर्वाधिक आबादी वाले देश बन जायेगा।
इस वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर 11 जुलाई से 11 अगस्त तक जनसंख्या स्थिरता माह मनाया जायेगा। इसके अन्तर्गत व्यक्तिगत सम्पर्क के माध्यम से सभी चिन्हित लक्ष्य दम्पत्तियों से सम्पर्क कर उन्हे प्रेरित करना, दम्पत्तियों को परिवार नियोजन के साधनों के विषय में जानकारी देना। 18 वर्ष से कम उम्र में विवाह न करने, बाल विवाह रोकथाम, विवाह पश्चात दो वर्ष के पश्चात संतान उत्पत्ति, दो बच्चों के बीच में तीन साल या इससे अधिक का अन्तर रखना, दो बच्चों के बाद परिवार नियोजन की स्थाई विधि अपनाकर परिवार को सीमित रखना आदि के लिये प्रेरित किया जायेगा।
इन समस्त उद्देश्यों को पूर्ण करने के लिये जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर फिक्स डे नसबंदी शिविर आयोजित कर लोगों को परिवार नियोजन सेवाएं प्रदान की जा रही है।