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नल-जल योजना अंतर्गत हर घर तक पेयजल पहुंचाया जाएगा,ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की सुदृढ़ व्यवस्था हो -कलेक्टर श्री लवानिया

जल एवं स्वच्छता मिशन की द्वितीय बैठक संपन्न
भोपाल  











   ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की व्यवस्था बेहतर हो,  ग्रामीणों तक शुद्ध और पर्याप्त पेयजल की व्यवस्था की जाये। कम पानी वाले क्षेत्रों में हैंडपंप लगाए जाएँ। नल-जल योजना अंतर्गत हर घर तक पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने का प्रयास किया जाए। यह निर्देश आज जल एवं स्वच्छता मिशन की द्वितीय बैठक में कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया ने उपस्थित सभी अधिकारियों को दिए। 
   बैठक में कार्यपालन यंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, परियोजना निदेशक आईटीडीपी, कार्यपालन यंत्री, जल संसाधन विभाग और उप संचालक कृषि सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

   बैठक में कलेक्टर ने कहा कि भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने के लिए वर्षा जल को संचित कर आस पास जल संरचना बनाई जाए। जल जीवन मिशन पर आधारित ग्रामों को और अधिक विकसित किया जाए। ग्राम स्तर पर एक्शन प्लान तैयार कर  मॉडल टाउन के रूप में विकसित किया जाए जिससे गांव के दूर-दराज अंचलो और मजरे टोले तक पेयजल की समुचित व्यवस्था की जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए पर्याप्त घरेलू नल कनेक्शन की स्थाई व्यवस्था कराई जाए। योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए ग्राम स्तर पर बैठकें आयोजित करें,ग्राम सुधार समिति में सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करते हुए बैठकें आयोजित कर हर घर तक घरेलू नल कनेक्शन की व्यवस्था की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में आमजनों की परेशानियों को ग्राम स्तर पर ही निराकृत किया जाये। 

   बैठक में सदस्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री  बी.एस. बारस्कर ने  जिले में पेयजल की वर्तमान स्थिति  में ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर नल-जल योजना के लिए प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन, जिसका एक मात्र लक्ष्य वर्ष 2023-24 तक ग्राम के प्रत्येक परिवार को क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से निरंतर एवं पर्याप्त मात्रा में (स्थाई) और उचित गुणवत्ता का जल प्रदाय करना है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 187 ग्राम पंचायतों के 485 ग्रामों में 140 नल-जल योजनाएँ संचालित है। जिले में कुल 1,01,989 ग्रामीण परिवार है। जिनमें 15,159 परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से जल प्रदाय किया जा रहा है।

इसके साथ ही विकास खंड फँदा में 14 ग्रामों में शत प्रतिशत रेट्रो फ़िटिंग योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए 426.09 लाख तथा बैरसिया विकास खंड में 22 ग्रामों में शत-प्रतिशत रेट्रोफिटिंग योजनाओं के लिए 462.82 लाख रुपए की योजनाओं का जल जीवन मिशन अंतर्गत योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया है। 

   कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्राम अधोसंरचना के निर्माण और रेट्रो फिटिंग और नई योजनाओं का प्राक्कलन तैयार कर गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित कर समय सारणी तैयार की जाये। उन्होंने कहा की ग्राम अधोसंरचना को मजबूत बनाने के लिए कुशल मानव संसाधन का एक समूह तैयार किया जाए।  उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ग्राम समिति के माध्यम से सूचना तंत्र विकसित किया जाये जिससे बाढ़, आपदा और सूखा ग्रस्त जैसी स्थिति निर्मित होने पर आवश्यक कदम उठाए जा सके।




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