Type Here to Get Search Results !

सुरक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए होमगार्ड सैनिकों का प्रशिक्षण संपन्न - रीवा |

     जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास प्रतिभा पाण्डेय द्वारा बाल संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात सुरक्षा कर्मियों को पारंगत करने के लिए डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेंट होमगार्ड कार्यालय में आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र में सुरक्षा कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया
    प्रशिक्षण में महिला एवं बाल विकास विभाग के सहायक संचालक आशीष द्विवेदी, जिला होमगार्ड कमाण्डेंट श्रीमती मधु राजेश तिवारी, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य कृष्णपाल शर्मा, बाल संप्रेक्षण गृह के अधीक्षक जितेन्द्र गुप्ता, पुलिस विभाग के रक्षित निरीक्षक केशव सिंह चौहान एवं उप निरीक्षक अमित कुमार प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
    प्रशिक्षण में संप्रेक्षण गृह के अधीक्षक ने सुरक्षा व्यवस्था की वर्तमान स्थिति, किशोर न्याय (बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015) के प्रावधानों की जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर कृष्णपाल शर्मा ने धारा 74 के प्रावधानों की जानकारी दी। रक्षित निरीक्षक केशव सिंह चौहान ने होमगार्ड सैनिकों से कहा कि प्रत्येक स्थिति में बाल संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था में कम से कम पांच सैनिक हर समय उपस्थित रहें। सैनिक संस्था के बाहर परिसर के साथ-साथ आंतरिक परिसर का भी निरीक्षण करें। साथ ही अवकाश के दिनों में सुबह एवं सायं पाली में जबकि संस्था में कर्मचारियों की संख्या कम रहती है अधिक सजगता से कार्य करें। सैनिक संस्था में सीसीटीवी का सतत निरीक्षण करते रहें एवं किसी भी अप्रिय स्थिति की सूचना तत्काल अधीक्षक एवं वरिष्ठ अधिकारियों को दें। इसी प्रकार रात्रिकाल में बालकों के शयन कक्षों का भी अवलोकन करते रहें। सैनिक समय-समय पर बालकों की संख्या लेते रहें जिससे बालकों की मॉनीटरिंग में आसानी हो। डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेंट होमगार्ड श्रीमती मधु राजेश तिवारी ने संस्था में तैनात सैनिकों को और सजगता से कार्य करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सैनिक अपनी ड्यूटी में मुस्तैद रहें। किसी भी बाहरी व्यक्ति को बिना किसी अनुमति के संस्था में प्रवेश न दें। संस्था में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का नाम, पता, मोबाइल नम्बर पंजी में दर्ज करने के पश्चात ही उसे प्रवेश दें। बालकों के परिजनों की अच्छी तरह से पहचान होने के बाद ही उन्हें संस्था में प्रवेश दिया जाये।
    जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग प्रतिभा पाण्डेय ने बताया कि संस्था की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए भवन का उन्नयन कराया जा रहा है। साथ ही सीसीटीवी की संख्या और अधिक बढ़ाई जा रही है। बालकों के काउंसलिंग हेतु काउंसलर की ड्यूटी लगाई गई है। जिससे बच्चे अपनी बातें आसानी से रख सकें। सहायक संचालक आशीष द्विवेदी ने बताया कि अपने मोबाइल फोन से बच्चों से बात न करायें और यदि ऐसा कराना बहुत आवश्यक हो तो उसका विवरण पंजी में कारण सहित दर्ज किया जाये। उन्होंने कहा कि गार्ड का समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी निरीक्षण किया जाये। सैनिकों द्वारा प्रशिक्षण के विषय वस्तु के संबंध में प्रश्न भी पूछे गये जिनका उत्तर दिया गया।
 


Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.