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विडियो संदेश के माध्यम से कलेक्टर ने की अपील

होटल क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किए गए,स्वयं के व्यय पर भी हो सकेंगे होटल में क्वॉरेंटाइन, जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए संस्थागत क्वॉरेंटाइन के अतिरिक्त यह व्यवस्था बनाई गई


कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री अविनाश लवानिया ने वीडियो संदेश के माध्यम से कहा है कि जिला स्तर पर अब प्राइवेट आईसोलेशन वार्ड, होटल को क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किया गया है, जिससे अब क्वॉरेंटाइन किए हुए लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से निर्धारित राशि प्रदाय कर क्वॉरेंटाइन हो सकते हैं। जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर भी संचालित है जिसमें नि:शुल्क व्यवस्था बनाई गई है। होटल की यह व्यवस्था अतिरिक्त रूप से लोगो की मांग के अनुसार बनाई गई है जिसमें लगभग एक हजार बेड जिले में उपलब्ध रहेंगे।


 

   कलेक्टर ने कहा कि जिले में विभिन्न होटल्स को चिन्हित किया गया है जिससे अब क्वॉरेंटाइन की हुए लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से एक निश्चित राशि का वहन स्वयं कर होटल में क्वॉरेंटाइन हो सकते हैं। इसके अलावा इन सभी होटलों को समय-समय पर सैनिटाइज और साफ सफाई शासन स्तर से निर्धारित मापदंड अनुसार की जायेगी।

 

   कलेक्टर श्री लवानिया ने बताया  की लॉक डाउन आपकी और हमारी सुरक्षा के लिए लगाया गया है। इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा की हम सभी लॉक डाउन का पालन सुनिश्चित करेंगे तभी हम कोरोना संक्रमण को रोकने में कामयाब हो सकेंगे। उन्होंने कहा की संक्रमण को रोकने के लिए यह भी किया जा रहा है कि जो लोग कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं, उनकी फर्स्ट कांटेक्ट हिस्ट्री को ट्रेंस कर अनिवार्यत: इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। इससे आम आदमी की दैनिक संसाधनों की आवश्यकता की भी पूर्ति की जा रही है। 

 

   कोराना संक्रमित आए व्यक्ति के परिवार और उसके क्लोज कॉन्टेक्ट के व्यक्ति की पहचान कर क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। शासकीय सेंटर के अलावा और प्राईवेट होटल को भी क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हाकित कर कोई भी व्यक्ति पास के होटल में क्वॉरेंटाइन हो सकता है। इसका व्यय उसे अपनी सुविधा अनुसार स्वयं व्यय करना होगा और निश्चित दिन तक जिला प्रशासन की निगरानी में रहना होगा जिससे कोरोना कि चेन को तोड़ा का सके।      

 

   कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि  कोरोना के लक्षण पांच से दस दिनों के बाद भी नजर आते हैं इसलिए कोरोना संक्रमित व्यक्ति के कांटेक्ट में आए व्यक्ति को क्वॉरेंटाइन होना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने कहा की इंस्टिट्यूशनल क्वॉरेंटाइन होकर ही हम संक्रमित व्यक्ति को बचा सकेंगे।

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