मुख्यमंत्री का संकल्प पूरा करने का बीड़ा उठाया स्कूल शिक्षा मंत्री श्री परमार ने
कोविड संक्रमण के चलते देश एवं प्रदेश में आवागमन के साधन नियमित रूप से संचालित नहीं होने के मद्देनजर जेईई तथा नीट के परीक्षार्थियों को उनके घर से परीक्षा केन्द्रों तक पहुँचाने के लिये नि:शुल्क परिवहन की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान के संकल्प को पूरा करने के लिये स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार पूरी तरह सचेष्ट हैं।
परीक्षार्थियों को उनके घरों से परीक्षा केन्द्रों तक पहुँचाने के लिये आवागमन के साधनों की नि:शुल्क व्यवस्था की जा रही है। इस व्यवस्था की सतत मॉनिटरिंग लोक शिक्षण संचालनालय स्तर पर सुनिश्चित की गई है। शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और शिक्षकगण इस जिम्मेदारी को सुचारू रूप से अंजाम देने के लिये पूरी तरह मुस्तैद हैं।
एक सिंतबर को आयोजित जेईई परीक्षा में सम्मिलित हुए 502 विद्यार्थियों, 2 सितंबर को आयोजित परीक्षा में सम्मिलित हुए 1,420 विद्यार्थियों के लिये नि:शुल्क वाहन की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई। इसी प्रकार 3 सितंबर को आयोजित हो रही परीक्षाओं के 1,980 परीक्षार्थियों ने नि:शुल्क वाहन व्यवस्था के लिये सीएम हेल्पलाइन 181 तथा ई-पास पोर्टल पर अपना पंजीयन कराया है। गत एक सितंबर 2020 से 13 सितंबर 2020 तक की नीट परीक्षा तिथि तक के लिये अब तक 20 हजार से अधिक परीक्षार्थी अपना पंजीयन करा चुके हैं। सभी को परीक्षा केन्द्रों तक पहुँचाने के लिये नि:शुल्क परिवहन व्यवस्था उपलब्ध कराइ जाएगी।
लोक परिवहन की अनिश्चितता को दृष्टिगत रखते हुए संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टर्स के माध्यम से प्रत्येक परीक्षार्थी की ट्रैकिंग की जा रही है। कलेक्टर निवाड़ी ने विशेष परिस्थितियों को देखते हुए 2 विद्यार्थियों को एक महिला शिक्षक की देख-रेख में निवाड़ी से भोपाल भेजे जाने की व्यवस्था की है। नीमच और मंदसौर जिलों से परीक्षार्थियों को कोटा और उदयपुर भेजे जाने के इंतजाम किये गये हैं।
लोक शिक्षण संचालनालय की विशेष टीम द्वारा पंजीकृत छात्रों की ट्रैकिंग की जा रही है। साथ ही शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से प्रत्येक छात्र से संपर्क कर उनके लिये परीक्षा केन्द्र के अनुसार व्यवस्था की जा रही है।