हमीदिया के प्रति सकारात्मक धारणा विकसित करें - संभागायुक्त श्री कियावत-----
संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने कोविड-19 के मरीजों के उपचार, देखरेख और सफाई व्यवस्था में लगे हमीदिया अस्पताल के डाक्टर्स, पैरामेडीकल स्टॉफ की ट्रेनिंग माड्यूल संबंधी समीक्षा बैठक में कहा है कि हमीदिया में कोविड को लेकर लोगों की धारणा परिवर्तित किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि धारणा बदलने के लिये डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टॉफ और सपोर्ट स्टॉफ सभी को विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। श्री कियावत ने कहा कि कोविड-19 में रिकवरी रेट और बढ़ें, डेथ रेट कम हो और लोग स्वस्थ एवं संतुष्ट होकर घर जाये ऐसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिये सभी स्टॉफ का टीम वर्क के साथ काम करना आवश्यक है। कोविड-19 की व्यवस्थाओं को दो भागों में विभाजित कर मौजूद संसाधनों के साथ उच्च स्तर पर ले जाने की जरूरत है। इसके लिये सभी डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टॉफ को ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग में बीमारी के लक्षणों को बेहतर तरीके से समझना, रोग की मूल बातों को समझना। संक्रमण के प्रकार एवं रोकथाम की रणनीति तैयार करना तथा भ्रंति एवं तथ्य के साथ कोविड-19 से लड़ने की आवश्यकता है। इसके लिये सभी स्टॉफ को मोर्चे पर पूरी मोटीवेशन, चिंता मुक्त वातावरण एवं टीम वर्क के साथ काम करना है। इसके लिये सभी को डूज एंड डॉन्टस प्रोटोकॉल को अपनाना होगा। इस प्रोटोकॉल में आप अपने अनुभव, सुधार संबंधी सुझाव भी समाहित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की विषम परिस्थितियों में सेवा भाव को अनूठी मिसाल बनाना है। मरीजों का विशेष रूप से हौसला भी बढ़ाया जाये। अस्पताल में मनोरंजन के साधन भी हैं और मरीजों का मनोबल बढ़ाने वाली टीम भी है, जो उनकी हर शंकाओं का समाधान भी करती है। अब अनेक मरीजों ने परिवार के साथ बातचीत के लिये हर वार्ड में दो-तीन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाये ताकि कोविड मरीज अपने परिवारजनों से बातचीत कर सके। इस अवसर पर उन्होंने डॉ. पूर्वा गोहिया को निर्देशित किया कि डॉक्टर्स, नर्सिंग एवं सपोर्ट स्टॉफ के लिये विशेष ट्रेनिंग माड्यूल तैयार कर अगले सप्ताह में कोविड-19 के स्टॉफ को ट्रेनिंग दी जाये। इस ट्रेनिंग में सभी का एक ज्वाइंट ट्रेनिंग कराया जाये। तत्पश्चात तीनों स्टॉफ को अलग-अलग विशेष ट्रेनिंग दी जाये। ट्रेनिंग में डूज एंड डॉन्टस के साथ सभी के सुझाव शामिल किये जाये ताकि सभी के सहयोग से इंस्टीट्यूशन को बेहतर से बेहतर बनाया जा सके। मॉड्यलूर विशेष ट्रेनिंग सेशन में मेडीकल स्टॉफ के लिये अंडरस्टेडिंग द डिसीज, ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल, कोर्ड आफ एवं पेशेंट की काउंसिलिंग पर विशेष ध्यान दिया जाये। साथ ही नर्सिंग स्टॉफ के लिये मरीजों के साथ नम्रता पूर्वक व्यवहार करना, उनकी काउंसिलिंग, वार्ड स्टाफ से सामंजस्य स्थापित करना,वार्ड की साफ-सफाई इमरजेंसी को पहचानना, प्राथमिक उपचार, चिकित्सक को सूचित करना एवं इमरजेंसी मेनेजमेंट को तैयार करने के संबंधी स्किल को निखारने के लिये विशेष कोशिश की जाये। |