नेहरू युवा केंद्र बड़वानी द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर समस्त कर्मचारी, राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवकों एवं युवाओं को हिंदी भाषा को अधिक से अधिक दैनिक कार्यों में इस्तेमाल करने हेतु शपथ दिलवाई ।
इस दौरान उपस्थितों को जिला युवा समन्वयक श्री नितेश कुमार ने बताया कि संविधान सभा की लंबी बहस के बाद 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा देने का फैसला लिया गया था । संविधान के अनुच्छेद 343 (1) में इसका उल्लेख है। इसके अनुसार भारत की राजभाषा ‘हिंदी’ और लिपि ‘देवनागरी’ है। इसी को याद करते हुए 1953 से 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत हुई। हिंदी को राजभाषा का दर्जा देने को लेकर गैर-हिंदी भाषी लोगों का विरोध था। मगर हिन्दी को राजभाषा के रूप में प्रतिष्ठित करने में गैर हिन्दी भाषी महापुरुषों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
इन महापुरुषों में बाल गंगाधर तिलक, चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य, राजा राममोहन राय, रवींद्रनाथ टैगोर, सुभाष चंद्र बोस आदि का नाम प्रमुख है। आज, हिंदी दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। हमारे देश में 77 प्रतिशत लोग हिंदी बोलते, समझते और पढ़ते हैं। ’नेहरू युवा केंद्र बड़वानी के पानसेमल एवं सेंधवा विकासखंड के युवा मंडल सदस्यों द्वारा भी हिंदी दिवस मनाया गया।
इस दौरान हिंदी के महत्व और प्रसार को कैसे बढ़ाया जाये। इस पर निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
नेहरू युवा केन्द्र ने मनाया हिन्दी दिवस, दिलाई शपथ
Monday, September 14, 2020
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