खरगोन में आयोजित पोषण महोत्सव कार्यक्रम में हुईं शामिल
प्रदेश की अध्यात्म एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर गुरूवार को इंदौर संभाग के खरगोन में आयोजित पोषण महोत्सव के कार्यक्रम में शामिल हुई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संतुलित और पोषक आहार कभी भी खर्चिला नहीं होता है। सबसे ज्यादा पोषक तत्व वाला भोजन हमारे घरों की रसोई में ही उपलब्ध होता है। महूं की आंगनवाड़ियों में नवाचार प्रारंभ किया गया है, जिससे स्वास्थ्य व वजन को लेकर बेहतर परिणाम दिखाई देने लगे है। यहां कच्चा पपीता व कच्चे केले की सब्जी के साथ गुड पट्टी व अंकुरित अनाज गर्भवती महिला को दिया जाने लगा है। ऐसे ही कुपोषण मिटाने के लिए पोषण प्रबंधन रणनीति बनाई गई है, जिसका पालन हर आंगनवाड़ी में किया जाएगा। इसमें नागरिकों की सहभागिता बहुत जरूरी है, तभी कुपोषण मिटाने में आसानी होगी।
मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि दादी के अनुभवों का लाभ लेकर बच्चों का कुपोषण मिटाया जा सकता है। पोषण महोत्सव के कार्यक्रम को मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने भोपाल से वेबीनार के माध्यम से संबोधित किया। इस अवसर पर पोषण प्रबंधन बुकलेट का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम में पूर्व कृषि राज्यमंत्री श्री बालकृष्ण पाटीदार, कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी, अपर कलेक्टर श्री एमएल कनेल एवं जिले के अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।
पोषण महोत्सव के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री सुश्री ठाकुर ने जिले में नवनिर्मित 7 आंगनवाड़ी केंद्रों का लोकार्पण भी किया। इनमें बड़वाह जनपद के ग्राम अस्तरिया व पीपलझरखुर्द, खरगोन के ग्राम टेमला, लोनारा, घोट्या और भीकनगांव के दो ग्राम नवलपुरा व कालधा की आंगनवाड़ी केंद्र शामिल है। कार्यक्रम के दौरान पूरे जिले में आयोजित हुए कार्यक्रम के माध्यम से 793 लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण पत्र वितरित किए गए। वहीं हर एक ग्राम पंचायत की आंगनवाड़ी के लिए अलग-अलग कार्य योजनाओं का अनुमोदन हुआ। इस तरह जिले में कुल 1101 आंगनवाड़ियों की कार्ययोजना का अनुमोदन किया। मंत्री सुश्री ठाकुर द्वारा सांकेतिक तौर पर सानवी निकिता व हिमांशी कविता को लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। सीधा प्रसारण कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सुपोषित नगर और वार्ड पोषण के लिए संकल्प भी दिलाया।