राजभवन में खेल प्रतियोगिता का समापन एवं पुरस्कार समारोह सम्पन्न ---
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अच्छी सोच और बेहतर स्वास्थ्य के लिए जीवन में खेल बहुत जरूरी है। राज्यपाल आज राजभवन में 22 दिसंबर से 22 जनवरी तक चली खेल प्रतियोगिता के समापन और पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रही थी। इस अवसर पर खेल मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया एवं राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा उपस्थित थे।
परिणाम नहीं खेलना महत्वपूर्ण
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा कि खेल में हार-जीत के परिणाम नहीं, भाग लेना मायने रखता है। उन्होंने कहा कि खेल व्यक्तियों को आपस में जोड़ता है। उन्होंने कहा कि प्रसन्नता की बात है कि खेल प्रतियोगिताओं के दौरान राजभवन के अधिकारी-कर्मचारियों में आपसी समझ बढ़ी है। वे एक दूसरे की मदद और सहयोग के लिए आगे आने लगे हैं। खेलने से सहयोग, अनुशासन और निरंतर प्रयासों से सफलता का विश्वास मिलता है। उन्होंने 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं की विशेष सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रदर्शन से सीख मिलती है कि कभी भी कोई भी काम सफलता पूर्वक किया जा सकता है। आवश्यकता संकल्प की है। राज्यपाल ने राजभवन के अधिकारी-कर्मचारियों का आव्हान किया कि राजभवन में उपलब्ध मैदानों का इस्तेमाल खेलने में करें।
प्रतियोगिता में दिखी उत्कृष्ट खेल भावना
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने परिसहाय श्री सुभाष आनंद द्वारा खेल प्रतियोगिता में भाग लेने और खेल भावना के प्रदर्शन के प्रसंग की सराहना करते हुए खेल और खेल भावना की महत्ता को बताया। उन्होंने बताया राजभवन में पदस्थ एडीसी श्री सुभाष आनंद को दौड़ में वेटर के पद पर कार्यरत रिंकू ने नंगे पैर दौड़ कर पीछे छोड़ दिया था। रिंकू की प्रतिभा को देख श्री आनंद ने उसे रनिंग शूज भेंट कर, सच्ची खेल भावना का प्रदर्शन किया। इससे प्रेरणा लेनी चाहिए।
राजभवन में होगा मलखंब का प्रशिक्षण
समापन समारोह में खेल विभाग द्वारा मलखंब का प्रदर्शन किया गया। राज्यपाल ने खिलाड़ियों की गति, शक्ति और चपलता की सराहना करते हुए राजभवन में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराने और इस मलखंब का कोच राजभवन को देने के लिए कहा है।
राज्यपाल की पहल अनुकरणीय
समापन समारोह को संबोधित करते हुए खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी एवं कौशल विकास मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि राजनैतिक जीवन में उन्हें पहली बार राजभवन द्वारा आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में शामिल होने का अभूतपूर्व अवसर मिला। राज्यपाल की यह पहल सराहनीय और अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि खेलों में हिस्सा लेने से राजभवन में रहने वाले अधिकारी-कर्मचारी और उनके परिजनों में जीवन के प्रति उल्लास, ऊर्जा और उमंग बनी रहेगी। उन्होंने मलखंब और एयरोबिक्स के प्रतिभागियों को बधाई देते हुए खेल विभाग की तरफ से राजभवन की खेल गतिविधियों में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
हनुमान चालीसा पर मलखंब
समारोह का आकर्षण राहुल पाल, प्रणीत यादव, सागर चौहान, उत्कर्ष पांडे और युवराज राव का हनुमान चालीसा पर मलखंब का प्रदर्शन था। उन्होंने जिस चपलता और चुस्ती के साथ प्रदर्शन किया उसने राज्यपाल, खेल मंत्री और उपस्थित दर्शकों को चकित कर दिया। ए.आर. रहमान की धुनों पर बालिकाओं द्वारा एरोबिक्स के प्रदर्शन की भी राज्यपाल ने सराहना की।
राजभवन नियंत्रक ने बताया कि यह प्रतियोगिता का दूसरा वर्ष है। इसके पहले राज्यपाल श्रीमती पटेल के निर्देश पर ही प्रथम खेल प्रतियोगिता की शुरूआत हुई थी। नियंत्रक ने जानकारी दी कि लगभग एक माह चली इस खेल प्रतियोगिता में 326 प्रतिभगियों ने हिस्सा लिया, जिसमें 121 महिलायें और 205 पुरूष थे। लगभग 14 प्रतियोगिताओं में पाँच से 60 वर्ष उम्र के प्रतिभागियों ने फ्रंट रोल दौड़, रस्साकशी, नींबू-चम्मच दौड़, म्यूजिकल चेयर रेस, जलेबी जम्प, गोला फेक, बिलियर्डस जैसे खेलों में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में राज्यपाल ने पूर्व हॉकी खिलाड़ी श्री समीर दाद, जी.एल. यादव, हर्षिता तोमर और लतिका भंडारी को सम्मानित किया। कार्यक्रम के अंत में राजभवन के पीएसओ श्री जगन्नाथ सूर्यवंशी के पुत्र आदित्य सूर्यवंशी ने राज्यपाल को पेंटिग भेंट की। कार्यक्रम का संचालन श्री पदम भंडारी ने किया। इस कार्यक्रम में राजभवन के अधिकारी-कर्मचारी एवं उनके परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।