शिप्रा शुद्धिकरण की दिशा में शासन की अत्यन्त महत्वपूर्ण योजना
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 15 जून को उज्जैन में 598.66 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली कान्ह डायवर्सन क्लोज डक्ट परियोजना का भूमिपूजन करेंगे। उल्लेखनीय है कि इंदौर तथा सांवेर के सीवेज युक्त जल को कान्ह नदी के माध्यम से क्षिप्रा नदी में मिलने से रोकने के लिए जमालपुरा ग्राम के समीप कान्ह नदी पर बैराज का निर्माण किया जायेगा। सीवेज युक्त जल क्लोज डक्ट के माध्यम से जल को गंभीर नदी में गंभीर बांध के डाउन स्ट्रीम में डायवर्ट किया जायेगा। आगामी सिंहस्थ को दृष्टिगत रखते हुए प्रावधानों के अनुसार जल प्रवाह 40 क्यूसेक जल बहाव क्षमता के रूपांकन कार्य किया गया है। जिसमें इंदौर शहर तथा सांवेर शहरी क्षेत्र की अनुमानित जनसंख्या से आने वाले सीवेज एवं सांवेर जल उद्वहन परियोजना के कमाण्ड क्षेत्र मे होने वाली सिंचाई से जल के रिजनरेशन, देवास एसटीपी से आने वाले जल को पंप कर कान्ह नदी में छोड़ते हुए डक्ट के माध्यम से व्यपवर्तित किया जाएगा।
परियोजना में 100 मीटर लम्बाई में एप्रोच चैनल 28.650 कि.मी. लम्बाई में 4.50 मीटर के डी-आकार में भूमिगत बाक्स तथा अंतिम 100 मीटर लम्बाई में ओपन चैनल निर्माण का कार्य प्रस्तावित है। परियोजना में निर्माण कार्य की समय-सीमा 42 माह रखी गई है, जिसमें 15 वर्षों का संचालन तथा रखरखाव का प्रावधान किया गया है। डक्ट में शुरुआती तथा अंतिम छोर के अतिरिक्त 4 संख्या में पहुंच मार्ग प्रस्तावित हैं। मार्ग की चौड़ाई डक्ट के समान ही 4.5 मीटर रखी गई हैं। जिसके माध्यम से डक्ट के अंदर सफाई कार्य करने के लिये हैवी मशीनरी का भी प्रवेश सुनिश्चित किया जायेगा।