बैठक में कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से पशुओं को छोड़ने वाले पशुपालकों को ग्राम पंचायत सरपंच के माध्यम से पशुओं को आवारा नहीं छोड़ने की समझाईश दें। साथ ही पशुओं को आवारा छोड़ने वाले पशु पालकों को नोटिस भी दें। ग्राम पंचायत के माध्यम से पशुओं को आवारा छोड़ने वालों को चिन्हित भी कराएं। आवारा पशुओं की समस्या के निदान के लिए जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी प्राप्त करें। कलेक्टर ने एनएचएआई के अधिकारी को निर्देश दिये कि दुर्घटना की स्थिति में सड़कों से पशुओं के हटाने का कार्य तत्काल शुरू कराएं। दुर्घनाग्रस्त पशुओं को हटाने के लिए वाहन और क्रेन हमेशा तैयार रखें एवं संपर्क के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के नम्बर तहसीलदार एवं अनुविभागीय अधिकारियों को दें। साथ ही सड़कों पर पशु नहीं आएं इसकी व्यवस्था करें। कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री वर्मा को भी निर्देश दिये कि उनके विभाग की सड़कों से भी आवारा पशुओं को हटाने की कार्रवाई करें। जिला परिवहन अधिकारी श्रीमती गौड़ को आवारा पशुओं के कारण दुर्घटना न हो, इसके लिए पशुओं के सिंग पर रेडियम लगाने की व्यवस्था करें। इस कार्य में नगरपालिका आदि का सहयोग प्राप्त करें। कलेक्टर ने जिला पंचायत सीईओ श्रीमती सिंह से कहा कि ग्राम पंचायतों में निर्मित गौशालाओं को आवारा पशुओं के रखने के लिए चिंहित करें। |
आवारा पशुओं को शहर एवं सड़कों से हटाकर गौशाला भिजवाएं- कलेक्टर श्री जैन - शाजापुर
Saturday, June 27, 2020
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