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उद्यानिकी फसलों के क्षेत्र को डबल किया जाये - चंबल कमिश्नर श्री मिश्रा

चंबल संभाग के कमिश्नर श्री रवीन्द्र कुमार मिश्रा ने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से कहा है कि चंबल संभाग में उन्नत उद्यानिकी फसलों की अपार संभावनायें है। उद्यानिकी अधिकारियों के यह प्रयास होना चाहिये कि वे उद्यानिकी क्षेत्र में वृद्धि कर इसे डबल करें। उद्यानिकी अधिकारी किसानों को इसके लिये प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी फसलों के क्षेत्र में वृद्धि करने के लिये सरकारी मदद की जरूरत नहीं है, किसान अपने ही संसाधनों से रकवा में वृद्धि कर सकता है, वर्शत उसे उन्नत उद्यानिकी फसलों की तकनीकी का ज्ञान इस तरह से दिया जाये कि वह तत्काल उन्नत उद्यानिकी फसलें लेने को तैयार हो जाये।
    चंबल कमिश्नर श्री मिश्रा हाल ही में उद्यानिकी विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। 
    समीक्षा के दौरान बताया गया कि वर्ष 2019-20 में उद्यानिकी फसलें 54 हजार 837 हेक्टेयर क्षेत्र में ली गई थी, जिसे इस वर्ष बढ़ाकर 57 हजार 773 हेक्टेयर क्षेत्र में लेना प्रस्तावित किया है। पिछले वर्ष की तुलना में 2 हजार 736 हेक्टेयर क्षेत्र बढ़ाया गया है। जो 5.35 प्रतिशत है।
    भिण्ड जिले में 11 हजार 187 हेक्टेयर क्षेत्र को बढ़ाकर 11 हजार 747 किया गया है। जो 5 प्रतिशत की वृद्धि है। मुरैना जिले में 17 हजार 606 हेक्टेयर क्षेत्र को बढ़ाकर 18 हजार 680 हेक्टेयर क्षेत्र किया है। जो 6.10 प्रतिशत की वृद्धि है और श्योपुर जिले में 26 हजार 44 हेक्टेयर क्षेत्र को बढ़ाकर इस वर्ष 27 हजार 346 हेक्टेयर क्षेत्र किया गया है जो 5 प्रतिशत की वृद्धि है।
    मुरैना जिले में वर्ष 2019-20 में 17 हजार 605.50 हेक्टेयर क्षेत्र में 3 लाख 12 हजार 519 मैट्रिक टन का उद्यानिकी उत्पादन लिया गया। इसमें 3 हजार 126.50 हेक्टेयर क्षेत्र में 53 हजार 650 मैट्रिक टन फलों का उत्पादन लिया गया है। 13 हजार 839 हेक्टेयर क्षेत्र में 2 लाख 54 हजार 500 मैट्रिक टन सब्जियांे का उत्पादन, 441 हेक्टेयर क्षेत्र में 2 हजार 534.10 मैट्रिक टन मसाला उत्पादन 108 हेक्टेयर क्षेत्र में 1 हजार 866 मैट्रिक टन पुष्प और 10.50 हेक्टेयर क्षेत्र में 45 मैट्रिक टन औषधियों का उत्पादन लिया गया है।
    भिण्ड जिले में वर्ष 2019-20 में 11 हजार 187 हेक्टेयर क्षेत्र में 1 लाख 84 हजार 459 मैट्रिक टन उद्यानिकी फसलों का उत्पादन लिया गया है। 775 हेक्टेयर क्षेत्र में 14 हजार 766 मैट्रिक टन फलांे का उत्पादन, 9 हजार 375 हेक्टेयर क्षेत्र में 1 लाख 62 हजार 825 मैट्रिक टन सब्जियों का उत्पादन, 811 हेक्टेयर क्षेत्र में 5 हजार 200 मैट्रिक टन मसालों का उत्पादन, 140 हेक्टेयर क्षेत्र में 1 हजार 119 मैट्रिक टन     फूलों का उत्पादन और 86 हेक्टेयर क्षेत्र में 549 मैट्रिक टन औषधियों का उत्पादन किया है।
    श्योपुर जिले में 26 हजार 44 हेक्टेयर क्षेत्र में 2 लाख 19 हजार 69 हेक्टेयर मैट्रिक टन उद्यानिकी फसलों का उत्पादन लिया है। 1 हजार 676 हेक्टेयर क्षेत्र में 38 हजार 291 मैट्रिक टन फलों का उत्पादन किया गया है। 6 हजार 939 हेक्टेयर क्षेत्र में 1 लाख 38 हजार 918 मैट्रिक टन सब्जियों का उत्पादन किया है। 17 हजार 287 हेक्टेयर क्षेत्र में 40 हजार 907 मैट्रिक टन मसालों का उत्पादन, 49 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में 98 मैट्रिक टन फूलों का उत्पादन और 93 हेक्टेयर क्षेत्र में 855 मैट्रिक टन विभिन्न औषधियों का उत्पादन किया है।  
    उद्यानिकी फसलों में आम, अमरूद, नींबू, आलू, प्याज, टमाटर, भिण्डी, कद्दूबर्गीय, धनिया, मिर्च, गेंदा, गुलाब, ग्लेडूलस, गुलदाउदी तथा औषधियों फसलों में तुल्सी, अश्वगंधा, अजवायन, मैंथा, एलोवेरा सहित अन्य फसलें है।


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