आज फिर भोपाल से 20 व्यक्ति कोरोना संक्रमण को हराकर अपने घर रवाना हुए------
दीपाली राठौर, हर्षा राठौर, मीणा राठौर, हिमांशु राठौर और जगदीश का कहना है कोरोना से डरने की आवश्यकता नहीं है। इसका ईलाज संभव है। आवश्यकता है तो बस कुछ सावधानियां और बचाव के उपाय अपनाने की। हमेशा मास्क पहने, बार बार हाथ धोते रहें, अतिआवश्यक कार्यों से ही बाहर निकलें, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो का पालन करें। कोरोना से बचाव में ही सुरक्षा है। यह सब उन 20 व्यक्तियों में शामिल हैं जो आज भोपाल से कोरोना संक्रमण को हराकर अपने घर रवाना हुए। हमीदिया अस्पताल से 10 और शासकीय होम्योपैथी अस्पताल से 10 व्यक्ति डिस्चार्ज हुए। आज डिस्चार्ज हुई 20 वर्षीय सुश्री दीपाली राठौर ने बताया कि कुछ दिन पहले मेरी मां श्रीमती मीना राठौर को हल्के बुखार और सर्दी के लक्षण हुए। हमने तुरंत उन्हें हमीदिया अस्पताल ले जाकर जांच कराई। जांच के दौरान हम सभी के सैंपल लिए गए। रिपोर्ट आने पर हमारा पूरा परिवार जिसमें मेरी मां के साथ मेरी बहन हर्षा राठौर और भाई हिमांशु राठौर भी कोरोना संक्रमित पाए गए। हमें हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां के डॉक्टर्स, नर्स, मेडिकल स्टाफ और सफाई कर्मियों ने हम सभी का पूरा ध्यान रखा। अपने परिवार जैसी देखभाल की। नियमित रूप से साफ़ सफाई और स्वच्छता का ध्यान दिया गया। इन सभी की मेहनत और सेवाओं के कारण ही आज हम स्वस्थ हुए हैं। इसी तरह श्री जगदीश ने बताया कि हमीदिया में हम सबको समय पर खाना और दवाइयां दी गई। किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। आज डिस्चार्ज हुए सभी व्यक्तियों ने अपने सफल ईलाज और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए शासन-प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन को हार्दिक धन्यवाद दिया। हमीदिया अस्पताल और शासकीय होम्योपैथिक अस्पताल में इन सभी को पुष्प मास्क और सैनिटाइजर भेंट कर अग्रिम जीवन के लिए शुभकामनाएं दी गई। इन सभी ने सभी भोपाल वासियों से कोरोना से बचाव के उपाय अपनाने और बचाव के सभी हिदायतों का पालन करने की अपील की। कोरोना से बचाव में ही हम सभी की सुरक्षा है। |